चिंगारी

मासूम से चेहरों को यूँ मजबूर न समझों, 
अंदर एक चिंगारी भरी पड़ी है, 

महल भी खाक हो जायेंगे एक दिन, 
बस एक तिनके के आस अड़ी है! 

                     "विमल पटेल"

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